सोमवार, 17 फ़रवरी 2014

वर्त्तमान समय के माहोल को देखते हुए देश में दो दलीय व्यवस्था होनी चाहिये ,क्योकि विभिन्न दलो के कारण भर्ष्टाचार को ही बढ़ावा मिला है ,दो दलीय  व्यवस्था होने अच्छे -बुरे का भार किसी एक दल पर हो.

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें